जनता पार्टी अद्यक्ष डा. सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रीय
विकास परिषद की बैठक से बाहर आकर अपना विरोध व्यक्त करने पर तमिल नाडु की
मुख्य मंत्री सुश्री जे. जयललिता का समर्थन किया है और कहा है कि यदि गैर
कांग्रेसी मुख्यम्नत्रियों को देने के लिये समय नहीं है तो रा वि प को
भंग कर देना चाहिये.
डा. स्वामी ने कहा कि मात्र दस मिनट के समय में अपनी बात रखना
सम्भव नहीं है और भाषण के बीच बार बार घंटी बजाकर टोकना असभ्य व
अक्षम्य है. इस से लगता है कि यह महत्वपूर्ण बैठक न होकर किसी स्कूल की
वाद-विवाद प्रतियोगिता हो. इससे मुख्यमंत्री का अपमान हुआ है, जो लोकतंत्र के लिये सही नहीं है.
डा. स्वामी ने कहा कि प्रत्येक वक्ता को पूरा समय दिया जाना चाहिये
था. यदि समय कम था तो बैठक अगले दिन भी चलायी जा सकती थी.